आम पंडितों से अलग होता है कश्मीरी पंडितों का भोजन, खाने में शामिल होती है ये लाजवाब डिशेज

Published : Mar 14, 2022, 09:55 AM ISTUpdated : Mar 21, 2022, 12:03 PM IST

फूड डेस्क: बॉलीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) से एक बार फिर कश्मीरी पंडितों के पलायन का मुद्दा चर्चा में है। फिल्म को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। फिल्म में 1990 में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और उसके बाद पलायन के दर्द को दिखाया गया है। इसी कड़ी में हम आपको बताते हैं, कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit Cuisine) की लाइफस्टाइल और उनकी भोजन शैली कैसी होती है। अधिकांश कश्मीरी पंडितों के मेन्यू में कबरगा, कोफ्ता, मेथी चमन (पनीर), रोगन जोश, मीठी अरहर दाल, दम आलू और एक खट्टी तरकारी, और सादा उबला चावल शामिल होता है, लेकिन इसका स्वाद काफी अलग होता है। आए जानते हैं, कितना अलग होता है कश्मीरी पंडितों का खानपान...

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आम पंडितों से अलग होता है कश्मीरी पंडितों का भोजन, खाने में शामिल होती है ये लाजवाब डिशेज

कश्मीरी पंडित जम्मू और कश्मीर राज्य के सबसे पुराने निवासी हैं। हालांकि, अब ये कश्मीरी पंडित पूरे देश में रहते हैं। इन कश्मीरी हिंदुओं की अपनी विशिष्ट जातीय संस्कृति है। यह उनकी जीवन शैली और भोजन को परिभाषित करता है। 

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कश्मीरी पंडितों का खाना बेहद लजवाब होता है और इसमें शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन शामिल होते हैं। कश्मीरी मुसलमानों से अलग वे आमतौर पर अंडा, चिकन, लहसुन, प्याज और टमाटर का उपयोग नहीं करते हैं।
 

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कश्मीरी पंडितों ने भारतीय व्यंजनों में दही, हींग और हल्दी पाउडर के इस्तेमाल की शुरुआत की। इसके अलावा शाकाहारी व्यंजनों में पनीर के साथ कई तरह के करी व्यंजन और कई तरह की सब्जियां शामिल हैं। ऑबर्जिन, आलू, कमल का तना, पालक, शलजम और राजमा कुछ ऐसी सब्जियां हैं जिनका उपयोग कश्मीर पंडित किया करते हैं। 
 

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इसके साथ ही कश्मीर पंडितों के मेन्यू में दम आलू, नादिर पालक (कमल के तने और पालक का मिश्रण), राजमा-चावल, वेथ त्समान (एक पनीर की सब्जी), त्सोएक वैनगन (खट्टा, तीखा और मसालेदार बैंगन) शामिल है।

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वहीं, मांसाहारी कश्मीरी पंडित का खाना मुस्लिम लोगों के समान है। लेकिन, दही के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से इसका स्वाद अलग होता है। साथ ही इसमें प्याज, लहसुन और अंडे का उपयोग नहीं किया जाता है। मांसाहारी व्यंजन बनाने में ज्यादातर मटन और मछली का इस्तेमाल किया जाता है। मांस को पहले दही में मैरीनेट किया जाता है और इसे नरम बनाने के लिए धीमी आंच पर लंबे समय तक पकाया जाता है। 

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कश्मीरी पंडितों को कुछ लोकप्रिय मांसाहारी व्यंजनों में मेथी कीमा (मेथी के साथ मिश्रित कीमा बनाया हुआ मटन), कबरगाह (मेमने की तली हुई पसलियां), रोगन जोश (दही और मसालों के साथ मेमने की सब्जी), त्सोएक ज़ारवन (मिश्रित मसालों के साथ स्वादिष्ट रूप से पकाए गए भेड़ के बच्चे का गुर्दा या जिगर), स्यून आलू (मसालेदार आलू और मांस की सब्जी) शामिल है।

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चावल और गेहूं एक कश्मीरी पंडित परिवार का मुख्य आहार है। सरवरी और बजबट्टा चावल से बनने वाले व्यंजन हैं। खमेरी पुरी कश्मीरी पंडितों के व्यंजनों में गेहूं से बनी लोकप्रिय रोटी है।

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