International Tea Day 2021: इस चाय की कीमत को तो आ जाएगा सोने का हार, क्या आपके कभी पी है 99999 की स्पेशल टी

Published : Dec 15, 2021, 08:04 AM IST

फूड डेस्क: 15 दिसंबर का दिन चाय प्रेमियों के लिए काफी खास होता है, क्योंकि 15 दिसंबर को इंटरनेशनल टी डे (International Tea Day 2021) मनाया जाता है। यानी इस दिन टी लवर खुलकर कड़क चाय के लिए अपने प्यार का इजहार करते हैं। वैसे तो चाय की खोज चाइना ने की थी, लेकिन भारत में इसकी पॉपुलारिटी बहुत ज्यादा है। घरों से लेकर हर गली-नुक्कड़ पर आपको चाय के ठेले पर 5-10 लोगों की भीड़ दिख ही जाएगी। यहां कई तरह की चाय पी जाती हैं, लेकिन इस चाय के बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे। ये कई ऐसी-वैसी चाय नहीं बल्कि असम के डिब्रूगढ़ जिले की एक ऐसी चाय पत्ती है जिसकी कीमत में तो एक बड़ा सोने का हार आ जाए। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इस स्पेशल चाय के बारे में..

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International Tea Day 2021: इस चाय की कीमत को तो आ जाएगा सोने का हार, क्या आपके कभी पी है 99999 की स्पेशल  टी

दुनिया के पांच प्रमुख चाय उत्पादक देश चीन, भारत, केन्या, वियतनाम और श्रीलंका में सबसे ज्यादा चाय की पैदावार होती है। भारत में चाय को लेकर कहा जाता है कि 1824 में बर्मा या म्यांमार और असम की सीमांत पहाड़ियों पर चाय के पौधे पाए गए थे। यहां सबसे ज्यादा चाय उगाई जाती है। 

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असम (Assam)की चाय दुनियाभर में मशहूर है। मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ जिले की एक विशेष चाय को 99,999 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर नीलामी किया गया। 
 

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मनोहरी चाय बागान ने अपनी ‘मनोहारी गोल्ड’ किस्म (manohari gold tea) चाय 99,999 रुपये में सौरभ चाय ट्रेडर्स को बेची है। इसे golden butterfly tea भी कहा जाता है।

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बता दें कि यह भारत में चाय की बिक्री और खरीद में अब तक की सबसे ऊंची नीलामी कीमत है। मनोहरी टी एस्टेट के मालिक राजन लोहिया ने कहा कि, ‘हम इस प्रकार की प्रीमियम गुणवत्ता वाली विशेष चाय के लिए उपभोक्ताओं की हाई डिमांड के आधार पर चाय का निर्माण करते हैं।’

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पिछले महीने अरुणाचल प्रदेश के डोनी पोलो टी एस्टेट ने गोल्डन नेडल्स टी को जीटीएसी के अलग-अलग नीलामियों में 75,000 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा था। एक महीने के अंदर ही ये रिकॉर्ड टूट गया।

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इससे पहले पिछले साल इंटरनेशनल टी डे से पहले मनोहारी गोल्ड स्पेशियलिटी टी ने 75 हजार प्रति किलो के हिसाब से गोल्डन बटरफ्लाई टी बेची थी। इस चाय का उत्पादन डिकोम टी एस्टेट (Dikom Tea Estate) करता है।

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बता दें कि यह चाय पारंपरिक ढंग से बनाई जाती है। सुनहरे या पीले रंग की चाय पत्ती अपनी अलग रंग व सुगंध के लिए मशहूर है। इसे चाय पत्ती के पेड़ की छोटी कलियों से बनाया जाता। इसका उत्पादन बहुत कम होता होता है, इसी कारण इसकी इतनी ज्यादा कीमत देने को भी लोग तैयार रहते हैं।

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