फूड डेस्क : भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना सावन चल रहा है। इस दौरान भोलनाथ को प्रसन्न करने के लिए लोग हर सोमवार को व्रत करते हैं। तीन सोमवार के व्रत अब तक पूरे हो चुके हैं। 16 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार आएगा। व्रत के दौरान भक्त भोजन के रूप में या तो फल लेते है या साबूदाने (Sago) का सेवन करते हैं। अबतक 3 सोमवार को व्रत के दौरान आप साबूदाने की खिचड़ी से लेकर खीर तक सब कुछ ट्राय कर चुके होंगे। ऐसे में आखिरी सोमवार को व्रत के दौरान हम आपके खाने के लिए लेकर आए है स्वाद और सेहत से भरपूर फलहारी साबूदाने पापड़ की रेसिपी, जो बनाने में बहुत आसान और टेस्टी होते हैं। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए-
250 ग्राम साबूदान
4 कप पानी
2 चम्मच जीरा
1.5 चम्मच सेंधा नमक या स्वादानुसार
1 चम्मच नींबू का रस
सबसे पहले एक छलनी का उपयोग करके, साबूदाना को एक या दो बार पानी से धो लें। फिर साबूदाने को डेढ़ या 2 कप पानी में 2 से 3 घंटे या रात भर के लिए भिगो दें।
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इसके बाद साबूदाने को उंगलियों से मसल कर चैक कीजिए। जब आप उन्हें दबाते हैं तो वे आसानी से मैश हो जाते हैं। अगर बीच में सख्त लगे तो कुछ देर और भिगो दें।
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पापड़ बनाने के लिए एक भारी पैन या कड़ाही में 4 कप पानी लें और उसमें साबूदाना, 2 चम्मच जीरा और नमक डालें।
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स्वाद बढ़ाने के लिए आप हरी मिर्च का पेस्ट या सूखी लाल मिर्च का पेस्ट या कटी हुई हरी मिर्च भी डाल सकते हैं। इसके अलावा अदरक का पेस्ट भी मिला सकते हैं।
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इस मिश्रण को धीमी से मध्यम-धीमी आंच गैस पर रखें। आप देखेंगे कि धीरे-धीरे मिश्रण गाढ़ा होने लगेगा। इस समय इसे चलाते रहे, ताकि ये चिपके नहीं।
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जब साबूदाने के मोती नरम हो गए हो जाएं और ट्रांसपेरेंट दिखने लगे तो आपका मिश्रण तैयार है। इस समय आंच बंद कर दें और 1 चम्मच नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
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अब एक प्लास्टिक शीट पर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ये मिश्रण लेकर पापड़ का शेप दें और लगभग 2-3 दिन तक सूरज की रोशनी में सूखने दें। अच्छी तरह सूख जाने के बाद इसे किसी एयर टाइट डिब्बे में भरकर रख दीजिए।
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अब जब भी आपको इसे खाने का मन हो एक कढ़ाई में थोड़ा सा तेल गरम करें और इस पापड़ को गरम तेल में डालिए। तेल में डालते ही पापड़ फूलना शुरू हो जाएगा। दोनों तरफ से अच्छे से सेंकने के बाद आप इसे एक टिशू पेपर में निकालकर सर्व करें।