इसे ही चमत्कार कहते हैं: तीन दिन से झाड़ियों से आ रही थी रोने की आवाज, किसी ने ध्यान नहीं दिया

पानीपत, हरियाणा. समालखा सब डिवीजन के हथवाला गांव में 6 दिन के नवजात के झाड़ियों में मिलने ( newborn children found) मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि बच्चा तीन दिनों से झाड़ियों में पड़ा था। उसके रोने की आवाज कई लोगों ने सुनी, लेकिन सबने यही सोचा कि किसी का बच्चा रो रहा होगा। बच्चा रविवार को प्लास्टिक की बोरी में बंद करके झाड़ियों में फेंका गया था। मंगलवार को गांव के एक युवक की नजर बोरी पर पड़ी, तब मामला सामने आया। सफेद रंग के प्लास्टिक के कट्टे में बच्चे को लपेटकर फेंका गया था। बोरी के छेद से बच्चे का हाथ झांक रहा था। बोरी के हिलने-डुलने और हाथ नजर आने पर युवक ने बोरी को खोलकर देखा था। शायद कोई बिन ब्याही मां होगी...
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 7, 2020 5:16 AM IST

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इसे ही चमत्कार कहते हैं: तीन दिन से झाड़ियों से आ रही थी रोने की आवाज, किसी ने ध्यान नहीं दिया

एसएनसीयू इंचार्ज डॉ. निहारिका ने बताया कि बच्चे का जन्म 6 दिन पहले हुआ होगा। इसका वजन 2 किलोग्राम है। आशंका है कि किसी बिन ब्याही मां ने इसे फिंकवाया होगा। मामला कुछ और है ..इसका पता लगाने पुलिस सक्रिय हो गई है। आगे पढ़ें-जब मां को पता चला कि उसकी बेटी बिन ब्याही मां बनने वाली है, तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई

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भोपाल, मध्य प्रदेश. यहां 28 सितंबर की सुबह अयोध्यानगर इलाके में शिवमंदिर परिसर से मिली नवजात के शव का चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। बिन ब्याही बेटी को बदनामी से बचाने उसकी मां ने ही नवजात की बेरहमी से हत्या की थी। पुलिस के अनुसार, नवजात बच्ची की नानी ने ही सर्जिकल ब्लेड और चाकू से उसे बेरहमी से मारकर ((murder of newborn)) फेंक दिया था। लेकिन आशा कार्यकर्ताओं से पूछताछ और CCTV फुटेज देखने के बाद पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। शव को साल में लपेटकर मंदिर परिसर के बाहर छोड़ दिया गया था। एएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि जांच-पड़ताल के बाद एल सेक्टर, अयोध्या नगर बस्ती से 55 वर्षीय महिला और 58 वर्षीय उसके पति को गिरफ्तार किया है। आरोपी दम्पती छह महीने पहले तक अयोध्या नगर जी सेक्टर में किराए से रहते थे। तभी उनकी 19 वर्षीय बेटी के रायसेन निवासी बहादुर यादव से प्रेम संबंध ( love affair) बन गए थे। बहादुर ने जनवरी में उससे संबंध बनाए थे। इससे वो गर्भवती हो गई थी। लेकिन लड़की की मां को पता जून में तब चला, जब उसे पेट दर्द हुआ। वे गर्भपात कराने सुल्तानिया अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां से मना करने पर उन्होंने बेटी को झुग्गी में कैद रखा। भोपाल में नवजात की हत्या का यह पिछले महीने में तीसरा मामला सामने आया था। आगे पढ़ें..  पानी की टंकी में डुबोकर मारा..

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यह मामला 17 सितंबर को भोपाल के खजूरी थाना इलाके में सामने आया था। 21 साल की सरिता बेटा न होने से परेशान थी। जब घर के सभी लोग खेत पर चले गए, तो उसने अपनी एक महीने की बेटी को पानी की टंकी में डुबोकर मार दिया था। बाद में वो इसे जादू-टोना का चक्कर बताने लगी। आगे पढ़ें प्रेमी को पाने बेटी को मार डाला

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यह मामला भोपाल में 18 सितंबर को सामने आया था। औबेदुल्लागंज की रहने वाली सोनम ने अपनी 9 महीने की बच्ची को भोपाल के बड़े तालाब में फेंक दिया था। 16 सितंबर को जितेंद्र चौरसिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी उसकी पत्नी गायब है। घटना के वक्त जब सोनम को तालाब के किनारे से पकड़ा गया, तो उसने बताया कि वो पति से झगड़े के बाद घर से भाग निकली थी। वो आत्महत्या करना चाहती थी। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...

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सोनम ने गोताखोरों को गुमराह करने अपने पति का नाम शिवम बताया था। सोनम का मायका रायसेन में है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि सोनम का रायसेन के रहने वाले शिवम सिंह से प्रेम संबंध है। वो दोनों घर से भागकर आए थे। आगे पढ़ें मां के प्यार में मारी गई बच्ची...

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पुलिस की पूछताछ में सोनम टूट गई और उसने कबूला कि वो अपने प्रेमी के संग रहना चाहती थी। बच्ची उसके रास्ते में अड़चन बन सकती थी, इसलिए मार दिया।

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