बबलू ने बताया कि वे 24 अप्रैल को अपने गांव पहुंच गए थे। वो रोज 170 किमी साइकिल चलाता था। उसके पास मामूली पैसे बचे थे, इसलिए रास्ते में ज्यादा कुछ नहीं खाया। एक-दो जगहों पर पुलिस ने उसे डंडे मारे। फिर जाने दिया। बबलू पलवल, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, बनारस, सासाराम होते हुए गया पहुंचा था। बबलू इस परेशानी के लिए सरकार का दोषी मानता है। आगे देखिए लॉकडाउन के दौरान की कुछ तस्वीरें