ठीक होकर शिवांगी ने बताया कि इस दौरान उन्होंने आयुर्वेद और योग के बल पर अपने आप को दुरुस्त किया है। वह शारीरिक रूप से तो बहुत कमजोर थी, लेकिन मानसिक रूप उन्होंने कभी अपने आपको ऐसा नहीं लगने दिया किया वह कोरोना संक्रमित हैं। शिवांगी ने कहा कि इस दौरान मैंने सकारात्मक सोच और हौंसले को बरकरार रखा। में घबराई नहीं, अच्छी बुक पढ़ी और योगा-कसरत करती रही। कोरोना से जुड़ी कोई भी निगेटिव खबर नहीं पढ़ी।