हिसार (हरियाणा). पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। जहां हर शख्स खौफ के साये में जी रहा है। सबसे बुरी हालत संक्रमित लोगों की है, उन्हें यही डर लगा रहता है कि वह अब ठीक होंगे भी या नहीं। लेकिन हिम्मत हारने और निराश होकर यह जंग नहीं जीती जाती है, बल्कि हम वायरस को और ज्यादा ताकतवर बना देते हैं। पॉजिटिव सोच और ऊंचे मनोबल से कोरोना जैसी घातक बीमारियों को घर में रहकर बड़ी आसानी से हराया जा सकता है। ऐसा कर दिखाया है एवरेस्ट फतह कर कीर्तिमान स्थापित करने वाली देश की प्रसिद्ध पर्वतारोही शिवांगी पाठक ने, जिनकी मिशन माउंट ल्होत्से के दौरान संक्रमित हो गई थीं। अकेले होने के बाद भी उन्होंने अपनी हौसला नहीं खोया और होटल में रहकर 10 दिन में कोरोना की जंग जीत ली।