बेटे के कांड के बाद सदमे में है बूढ़ी मां
दरअसल, बरोदा गांव के रहने वाले सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार मेहर सिंह और उनकी पत्नी सरोजनी को जब पता चला कि उनके बेटे सुखवेंद्र ने पांच लोगों की हत्या कर दी है तो उनको यकीन नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही उन्होंने टीवी पर न्यूज देखी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कुछ देर बाद उनको मोबाइल पर इस घटना की जानकारी लिए फोन आने लगे। तब वह पूरा माजरा समझ सके। इस हादसे के बाद से आरोपी की बूढ़ी मां सदमे में हैं। वह बार-बार यही बोल रही हैं कि कैसे मेरे बेटे को उनको मारने में रहम तक नहीं आया। वह मेरे लिए मर चुका है, ना तो में उसकी मां हूं और ना ही वह मेरा बेटा।