कोरोनावायरस के दौर में बच्चे भी हो रहे हैं डिप्रेशन के शिकार, इन 6 तरीकों से पा सकते हैं इस पर काबू

हेल्थ डेस्क। कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप फिर बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस महामारी की वजह से लोगों में चिंता, तनाव और डिप्रेशन के लक्षण पैदा होते हैं। अब तो छोटे-छोटे बच्चे तक इस समस्या के शिकार हो रहे हैं। अक्सर बच्चे अपनी बात कहते नहीं, लेकिन उनके हाव-भाव और तौर-तरीके को देख कर यह आसानी से समझा जा सकता है कि इस महामारी का उनके मन पर नेगेटिव असर हो रहा है। उनमें एक किस्म के डर की भावना भी पैदा हो गई है। डिप्रेशन के शिकार बच्चे सुस्त नजर आते हैं, वहीं कुछ बच्चों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। कुछ बच्चों में नींद नहीं आने की समस्या पैदा हो जाती हैं। वहीं, डिप्रेशन के शिकार बच्चों की भूख में भी कमी आ जाती है। जानें कैसे इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
(फाइल फोटो) 

Asianet News Hindi | Published : Apr 14, 2021 8:09 AM IST / Updated: Apr 14 2021, 02:20 PM IST

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कोरोनावायरस के दौर में बच्चे भी हो रहे हैं डिप्रेशन के शिकार, इन 6 तरीकों से पा सकते हैं इस पर काबू

क्या कहना  है एक्सपर्ट्स का
मानना है कि बच्चों में तनाव और डिप्रेशन पैदा होने की वजह लंबे समय से उनका घरों में बंद रहना है। स्कूल और दोस्तों से उनका नाता लंबे समय से टूट गया है। बच्चों के लिए उनके दोस्त काफी मायने रखते हैं। लेकिन कोराना की वजह से बच्चे घरों से ज्यादा बाहर नहीं निकल पाते हैं। बच्चे पास-पड़ोस में भी खेलने नहीं जा रहे। घर में भी पहले की तरह उनका कोई नियमित रूटीन नहीं रहा। इस सबका नेगेटिव असर उनके मन पर पड़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि बच्चों को अलग-थलग नहीं पड़ने दें। उनसे बातचीत करते रहना जरूरी है। (फाइल फोटो)

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चिंतित हो जाते हैं बच्चे
अक्सर बच्चे बड़ों की चर्चा से चिंता में पड़ जाते हैं। घर में बड़े लोग जब कोरोना महामारी की चर्चा करते हैं और इससे जुड़ी खबरें बताते हैं तो बच्चों में डर की भावना पैदा हो जाती है। वे ठीक से समझ नहीं पाते कि यह बीमारी आखिर है क्या, जिसकी वजह से उन्हें एक तरह की कैद में रहना पड़ रहा है। (फाइल फोटो)

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जानकारी की कमी
बच्चों को इस महामारी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाती। इसकी वजह यह है कि बड़े लोग भी अभी तक इस महामारी के बारे में ठीक से नहीं जानते। ऐसी स्थिति में बच्चे अगर महामारी को लेकर कोई सवाल करते हैं, तो उन्हें कोई ऐसा जवाब नहीं मिलता, जिससे वे संतुष्ट हो सकें। (फाइल फोटो)

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बच्चों से करें बातचीत
अगर आपके घर के बच्चे उदास या डरे हुए दिखाई पड़ते हैं, तो उनसे बातचीत करना जरूरी है। उनकी उदासी की वजह जानने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना भी बेहतर होता है। उन्हें पढ़ाई के साथ इनडोर गेम और दूसरी एक्टिविटीज में लगाना चाहिए। पेन्टिंग, म्यूजिक, डांस जैसी एक्टिविटीज में शामिल होने पर बच्चे खुश रहते हैं। (फाइल फोटो)

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मोबाइल से रखें दूर
आजकल बच्चे मोबाइल पर गेम ज्यादा खेलते हैं। ये गेम भी ऐसी थीम पर बने होते हैं, जिसका बच्चों के मन पर अच्छा असर नहीं होता। इसलिए कोशिश करें कि वे मोबाइल से दूर ही रहें। उन्हें किताबें या मैगजीन पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। (फाइल फोटो)

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खानपान पर दें विशेष ध्यान
कोरोना महामारी के दौरान बच्चों का ख्याल रखना सबसे जरूरी है। इस पर जरूर ध्यान दें कि बच्चे ने समय पर खाना खाया या नहीं। तनाव में रहने पर बच्चे खाने में आनाकानी करते हैं। बच्चे अगर समय पर खाना नहीं खाते हैं, तो इससे उनकी इम्युनिटी कमजोर होगी। इसलिए इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजें उनके खाने में शामिल करनी चाहिए। (फाइल फोटो)

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समय पर सोना जरूरी
इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है  कि बच्चे समय से सोएं और समय पर जागें। एक बच्चे के लिए कम से कम 9 घंटे की नींद जरूरी है। अगर बच्चे के व्यवहार में ज्यादा बदलाव दिखता है और  वह बहुत जल्दी गुस्से में आ जाता है, तो मनोचिकित्सक से सलाह लेना सही होगा। (फाइल फोटो)

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