Published : Apr 12, 2021, 04:42 PM ISTUpdated : Apr 12, 2021, 04:45 PM IST
हेल्थ डेस्क। कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर बड़ी तेजी से पूरी दुनिया में फैल रही है। भारत में कोरोनावायरस महामारी बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसका असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर ज्यादा होता है, वहीं प्रेग्नेंट महिलाओं को भी कोरोना संक्रमण का खतरा रहता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अपना खास खयाल रखना चाहिए। यही नहीं, परिवार के लोगों को भी गर्भवती महिला का ध्यान रखना चाहिए। प्रेग्नेंसी में इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। जानें हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय।
(फाइल फोटो)
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी गर्भावस्था के दौरान कोरोनावायरस संक्रमण के खतरे को लेकर चेतावनी दी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की ओर से कहा गया है कि आम महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। इस संक्रमण की वजह से प्री-मेच्योर डिलिवरी भी हो सकती है। (फाइल फोटो)
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डॉक्टरों और स्त्रीरोग विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई महिला प्रेग्नेंट हैं, तो सबसे पहले महिला को आइसोलेट रखना चाहिए। इसके अलावा, मास्क और सैनेटाइजर का इस्तेमाल भी करना चाहिए। इसके साथ खानपान में भी सावधानी बरतनी चाहिए। (फाइल फोटो)
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कोरोना महामारी के दौर में प्रेग्नेंट महिलाओं को खास तौर पर पौष्टिक भोजन करना चाहिए। सामान्य तौर भी गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक भोजन दिया जाता है, लेकिन कोरोना संकट के इस समय में उनका खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। पौष्टिक भोजन करने से इम्युनिटी बढ़ती है। अगर गर्भवती महिला में कोरोना के कोई लक्षण दिखें तो तत्काल जांच करवानी चाहिए। (फाइल फोटो)
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महिला रोग व प्रसूति विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को कोरोना का वैक्सीन नहीं लेना चाहिए। इसकी वजह यह है कि अभी कोरोना वैक्सीन का प्रेग्नेंट महिलाओं पर ट्रायल भी शुरू नहीं हुआ है। (फाइल फोटो)
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भारत में कोरोना की जो दूसरी लहर शुरू हुई है, उसमें 80 फीसदी से ज्यादा मामलों में कोई खास लक्षण सामने नहीं आ रहा। लक्षणों में भी कई तरह के बदलाव दिखते हैं। जहां तक प्रेग्नेंट महिलाओं का सवाल है, उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती रहती हैं। इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। (फाइल फोटो)
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हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि महिलाओं और बच्चों में कोरोना के लक्षण कम नजर आते हैं। फिर भी उन्हें सावधान रहने की जरूरत है। प्रेग्नेंट महिलाओं को खास तौर पर सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोना के सामान्य गाइडलाइन्स को फॉलो करने के साथ अगर किसी तरह की परेशानी महसूस होती हो, तो खुद को आइसोलेट कर लेना बेहतर रहता है। (फाइल फोटो)