कोरोना वायरस : जानें किसी बीमारी को कब किया जाता है महामारी घोषित ?
नई दिल्ली. कोरोना वायरस लभगभ 114 देशों में अबतक फैल चुका है। इसी को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। अभी तक इसे 'प्रकोप' यानी 'outbreak' कहा जा रहा था। तो आखिर किसी बीमारी को कब महामारी घोषित किया जाता है और इसे कौन घोषित करता है ?
जब कोई बीमारी तेजी से फैलने लगता है तो उसके प्रभाव को देखते हुए WHO उसे महामारी घोषित करता है। साथ ही इस तरह के बीमारी या वायरस को तीन श्रेणियों में बांटा जाता है। पेन्डेमिक (pandemic), एंडेमिक (endemic) और एपिडेमिक (epidemic)।
'पेन्डेमिक' जिसे हम महामारी भी कहते हैं। यह एक बड़े क्षेत्र को प्रभावित करता है। जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग बीमारी या संक्रमण के शिकार होते हैं। अगर पेन्डेमिक बीमारियों की बात करें तो इसमें तपेदिक,स्वाइन फ्लू और प्लेग सहित कई विनाशकारी महामारियां हैं। अब इस क्षेणी में कोरोना वायरस भी शामिल हो गया है।
'एंडेमिक' यानी स्थानिक रोग या फिर एक ऐसा प्रकोप है जो एक निश्चित क्षेत्र या आबादी को प्रभावित करता है। चिकनपॉक्स को एक स्थानिक रोग के रूप में वर्गीकृत किया गया है क्योंकि यह युवाओं में उच्च दर पर होता है। यह रोग एक स्थिर स्थिति में रहता है, लेकिन आबादी से गायब नहीं होता है।
'एपिडेमिक' यह एक ऐसा रोग या संक्रमण होता है, जो बड़ी संख्या में लोगों में तेजी से फैलता है। इसमें बीमारी सामान्य रूप से दो सप्ताह या उससे कम समय में फैल जाता है। यह रोग अन्य प्रकार की आपदाओं के कारण भी हो सकता है जैसे कि तूफान, बाढ़, भूकंप या सूखा। दुनिया में इस श्रेणी के कुल 14 ऐसे रोग हुए हैं। इसमें इबोला वायरस भी शामिल है जिससे 2013-2016 बीच 11 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे।