कोरोना की खबरें देखकर डर जाते हैं, मौत के आंकड़े देखकर नींद नहीं आती? परेशानी दूर करने का आसान उपाय

हेल्थ डेस्क. कोरोना वायरस (COVID-19) हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहा है। दूसरी लहर के साथ एक बार फिर से लॉकडाउन ( lockdown) हमारे जीवन में लौट आया है। हम में से कई लोग अपने फ्री टाइम में मोबाइल या टीवी देखते हैं। हम सोशल मीडिया पर अधिक समय देते हैं। सोशल मीडिया (social media) में न्यूज के साथ बहुत की चीजें हमें देखने को मिलती हैं। कभी हम अपने दोस्तों के बारे तो कभी रिश्तेदारों के बारे में भी सुनते हैं। ऐसे में कई तरह की चिंताएं और तनाव भी होता है। जानते हैं कि ऐसे में हम अपने मेंटल हेल्थ का ध्यान कैसे रखें?

Asianet News Hindi | Published : May 22, 2021 11:09 AM IST / Updated: May 22 2021, 05:50 PM IST

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कोरोना की खबरें देखकर डर जाते हैं, मौत के आंकड़े देखकर नींद नहीं आती? परेशानी दूर करने का आसान उपाय

तनाव और चिंता से दूर रहें
निगेटिव भावनाओं और अनुभवों के कारण हमारे मेंटल हेल्थ को नुकसान हो सकता है। चिंता और तनाव अधिक हो सकता है। अगर इस दौर में हमें हेल्दी रहना है तो चिंता और तनाव से दूर रहना होगा ऐसे में हम अपने मेंटल हेल्थ को बचा सकते हैं। डर और नुकसान को लेकर हम डिफेंसिव होते हैं। यह आदत हमें अच्छे पर बुरे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसलिए, जब भी आपके मन में नेगिटेव विचार आए तो आप अपना ध्यान उन चीजों में लगाएं जिसके लिए आप आभारी हैं।

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माफ करना सीखें
कभी-कभी चिंता या तनाव के कारण हम गुस्से में आ जाते हैं जिस कारण से हमारे कंधों पर भार पड़ने लगता है। ऐसी स्थिति में माफ करने की आदत आपके काम आती है। माफ करने से किसी के प्रति ईर्ष्या कम हो जाती है। जब हम किसी अप्रिय अनुभवों को छोड़ देते हैं, तो हम हल्का महसूस करते हैं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।

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इमोशन को बिल्ड करें
एक्सपर्ट का कहना है कि जैसे रबर बैंड जो बहुत ज्यादा खिंचने पर भी डी-शेप नहीं होता है। उसी तरह, आपकी निगेटिव थिंकिग आपको कितनी भी जोर से खींच लें। आपके पास वापस उछालने की क्षमता होनी चाहिए इसके लिए आपको अपने  इमोशन को बिल्ड करना होगा। 

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इमोशन को दिखाएं
भावनाओं से भरी बाल्टी को अपने भीतर दबा कर नहीं रखना चाहिए। अगर कोई ऐसी स्थिति है जिसमें आप असहज महसूस कराते हैं तो उस बारे में अपनी फैमली में बात करें। उनसे बात करने में किसी भी तरह का संकोच नहीं करें।  अपने इमोशन को एक्सप्रेस करना सीखें। 

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ब्लेम करने से बचें
जब हम किसी व्यक्ति, स्थिति या अनुभव को दोष देते हैं, तो हम खुद पर और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण खो देते हैं। इसके बजाय, विश्वास करें कि आपकी द्वारा बनाई गई शांति ही सबसे अच्छी है। 

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परिस्थितियों से बाहर की बात करें 
कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप फिर बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस महामारी की वजह से लोगों में चिंता, तनाव और डिप्रेशन के लक्षण पैदा होते हैं। सबसे बड़ी गलतियों में से एक जो हम करते हैं वह है निगेटिव चर्चा में लिप्त होना। पॉजिटिव होने के लिए लगातार खुद को याद दिलाना पड़ता है। आपके मस्तिष्क का अपना कोई मस्तिष्क नहीं है। आप इस पर जैसी चर्चा करेंगे उसी का प्रभाव रहेगा। इसलिए ऐसी चर्चाओं में शामिल ना हो जो आपके लिए निगेटिव हो।  

 

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