वॉर अगेंस्ट रेप (WAR) के प्रोग्राम ऑफिसर शेराज़ अहमद कहते हैं, टू फिंगर टेस्ट अपने आप में बलात्कार है। साल 2010 में ह्यूमन राइट्स वॉच ने एक रिपोर्ट में बताया था कि इस टेस्ट पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। ये फैसला तब किया गया, जब उन्होंने टू फिंगर टेस्ट से गुजर चुकी महिलाओं के इंटरव्यू किए।