उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि एक तिहाई संक्रमित व्यक्ति परीक्षण के दौरान छूट जाएंगे। यहां तक कि उच्च संवेदनशीलता आरटी पीसीआर या अन्य परीक्षण सीबीएनएएटी भी 100 प्रतिशत संवेदनशील नहीं है। एक और संभावना है कि सैंपल लेते समय संक्रमित व्यक्ति का वायरल लोड कम हो। डॉक्टर कोविड-19 टेस्ट की सलाह तीसरे या चौथे दिन या फिर शुरुआती लक्षण के बाद ही देते हैं। वायरस मृत और निष्क्रिय होते हुए भी कई हफ्तों तक शरीर में रहता है।
Asianet News का विनम्र अनुरोधः आईए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona