अपने ही घर में मौत का तांडव मचाने वाला इंस्पेक्टर बोला-जो हुआ सो हुआ
आरोपी मनोज गुप्ता सोनारी थाने का प्रभारी रह चुका है। फिलहाल वो चाईबासा के गुदड़ी में तैनात है। हालांकि अभी वो सस्पेंड चल रहा है। एसपी ने बताया कि मनोज गुप्ता और उनकी पत्नी के बीच 20 साल से विवाद चला आ रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Jul 29, 2019 7:46 AM IST / Updated: Jul 29 2019, 01:19 PM IST
जमशेदपुर. पत्नी से चले आ रहे विवाद में अपने ही घर में ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले पुलिस इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता ने रविवार दोपहर सरेंडर कर दिया। उसने अपनी पत्नी, मुंहबोले साले और साले की पर सर्विस रिवाल्वर से फायरिंग कर दी थी। इसमें सास की मौत हो गई थी। आशंका थी कि आरोपी अपने बेटे को भी जान से मार सकता है। लिहाजा पुलिस ने उसे सुरक्षा मुहैया कराई थी। आरोपी इंस्पेक्टर को अपने किए पर जरा-सी पछतावा नहीं है। उसने मीडिया से कहा-'जो हुआ सो हुआ।'
इंस्पेक्टर ने सोनारी के नौलखा में गौतम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 3/13 में गोलीबारी की थी। उसने पत्नी पूनम गुप्ता, मुंहबोला साले चंदन श्रीवास्तव और उसकी मां सीमा देवी को निशाना बनाया था। इसमें सीमा देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। चंदन के पेट पूनम के पेट व जांघ में गोली लगी थी। दोनों का टीएमएच में इलाज चल रहा है। आरोपी ने सरेंडर से पहले पूर्व एसएसपी अनूप बिरथरे से फोन पर बात की थी। उसने कहा था कि वो सरेंडर करना चाहता है। इसके बाद आरोपी सीधे आजादनगर पुलिस थाने पहुंच गया।
साकची थाना प्रभारी राजीव कुमार, आजादनगर थाना प्रभारी विष्णु कुमार राउत और सोनारी थाना प्रभारी नरेश कुमार सिन्हा आरोपी को घटनास्थल पर लेकर गए। घटनास्थल पर आरोपी करीब डेढ़ घंटे रहा। उसने अपनी साल कौशल देवी और दोनों बेटियों से बात की। हालांकि वो बेटे से मिलना चाहता था, लेकिन बेटा बाहर नहीं निकला। आमतौर पर ऐसे आरोपियों को पुलिस हथकड़ी मे जकड़कर ले जाती है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं देखा गया। आरोपी एकदम दबंग स्टाइल में पुलिस के बराबर चल रहा था। मानों उसे किसी का कोई डर न हो। आरोपी जब घटना के बाद भागा था, तब वो हाफ पैंट और पुरानी टी शर्ट पहने था। लेकिन सरेंडर के वक्त नई जींस और टी-शर्ट में था। बताया जाता है कि आरोपी कपाली में एक दोस्त के यहां जाकर छुप गया था। उसके दोस्त ने ही साकची बाजार से उसके लिए नए कपड़े की खरीदारी की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल हुई सर्विस रिवॉल्वर और 19 कारतूस बरामद किए
यह था मामला: आरोपी मनोज गुप्ता सोनारी थाने का प्रभारी रह चुका है। फिलहाल वो चाईबासा के गुदड़ी में तैनात है। हालांकि अभी वो सस्पेंड चल रहा है। एसपी ने बताया कि मनोज गुप्ता और उनकी पत्नी के बीच 20 साल से विवाद चला आ रहा है। मामला कोर्ट में है। इसी विवाद के चलते मनोज गुप्ता को सस्पेंड किया गया था। 19 फरवरी को वो बगैर सूचना दिए सिक लीव पर चला गया था। शुक्रवार को आरोपी ने अपनी पत्नी को फोन करके बातचीत के लिए बुलाया था। मनोज की मुंहबोली सास और साला भी पत्नी के साथ जमशेदपुर आए थे। इसी दौरान किसी बात पर मनोज ने गुस्से में आकर फायरिंग कर दी। घटना के बाद आरोपी पैदल ही वहां से फरार हो गया। मनोज गुप्ता की दो बेटी और एक बेटा है। बेटियां दिल्ली में पढ़ती हैं। बच्चों के मुताबिक, मनोज शराब पीकर घर में झगड़ा करते थे। घटना के वक्त दोनों लड़कियां घर पर थीं। बेटा बिष्टुपुर डीएवी स्कूल में पढ़ता है।