धनबाद, झारखंड. जिन लोगों के पास आइडियाज होते हैं, वे कबाड़ से भी कमाल की चीजें बना लेते हैं। हमारे देश में जुगाड़ (Des jugaad science) से ऐसे आविष्कार होते रहते हैं, जो बड़े काम आते हैं। आपने देसी जुगाड़ से बनी चीजों के बारे में कई खबरें पढ़ी होंगी, यह खबर उसी का हिस्सा है। यह मामला कुछ समय पहले सामने आया था, लेकिन इसे फिर से याद दिलाने का मकसद इतना है कि लोग निरंतर नया करने की दिशा में लगे रहें। जुगाड़ से बनी यह साइकिल धनबाद के झरिया उपर डुंगरी गांव से चर्चा का विषय बनी थी। इसे तैयार किया था मैट्रिक पास किसान पन्नालाल महतो ने। आमतौर पर किसान ट्रैक्टर या बैलों से खेतों की जुताई करते हैं। खेत सींचने के लिए बड़ी मोटर लगानी पड़ती हैं। ऐसी तमाम समस्याओं का एक मात्र 'हल' बन सामने आई यह साइकिल। इसमें दो हॉर्स पॉवर के मोटरपंप को लगाया गया है। यानी साइकिल से खेत जोइए और ट्यूबवेल या कुएं से पानी निकालकर सिंचाई भी कीजिए। आगे पढ़िए इसी आविष्कार की कहानी...