यह तस्वीर बिहार के कैमूर के रहने वाले मिथलेश, उनकी पत्नी और दो भाइयों की है। ये लोग विशाखापट्टनम में आइसक्रीम बेचते थे। लॉकडाउन में घर वापसी के लिए कोई साधन नहीं दिखा, तो उन्होंने आइसक्रीम के ठेले में काम आने वाली मोपेड को परिवार गाड़ी बना दिया। इसमें अतिरिक्त स्टैंड लगाकर चार लोगों के बैठने का इंतजाम कर दिया। इस तरह वो आसानी से अपने घर पहुंच गए। आगे पढ़ें बालाघाट में मिले ऐसे ही मजदूर की कहानी..