जमीन के 2 फीट नीचे से आ रहीं थी आवाजें, गड्डा खोदा तो जिंदा निकला बच्चा..पढ़िए चमत्कार वाली कहानी

Published : Aug 09, 2020, 12:08 PM IST

लोहरदगा (झारखंड). 'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय' ये कहावत तो आपने कई बार सुनी होगी लेकिन यह झारखंज में सच साबित हुई है। जहां मानवता को शर्मसार करने वाली घटना हुई। राक्षस बने माता-पिता ने अपनी नवजात फूल से बेटी को मरने के लिए श्मशान में जिंदा दफनाया दिया। लेकिन गनीमत रही कि समय रहते नवजात को मिट्टी से बाहर निकाल लिया और उसकी जान बच गई।

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जमीन के 2 फीट नीचे से आ रहीं थी आवाजें, गड्डा खोदा तो जिंदा निकला बच्चा..पढ़िए चमत्कार वाली कहानी

दरअसल, हैरान कर देने वाली यह घटना लोहरदगा जिले में कुरु थाना  क्षेत्र के चंदलासो डैम के पास बने श्मशान घाट की है। शनिवार शाम लोगों को यह नवजात बच्चा जिंदा दफन मिला था। राहगीरों का कहना है कि वह श्मशान के पास से गुजर रहे थे, इसी दौरान उनको एक बच्चे की रोने की आवांजे सुनाई दीं। काफी तलाश करने के बाद एक मिट्टी का ढेर दिखा, जहां करीब 2 फीट नीचे जिंदा शिशु दफन किया गया था।

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राहगीर बच्चे को सुरक्षित निकाल अपने गांव लेकर आए और एक परिवार के हवाले कर दिया। जिस किसी को इस नवजात के बारे में पता चला वह उसको देखने के लिए आ रहा था। देखते ही देखते मासूम को देखने वालों की भीड़ जमा हो गई।

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बच्चे जिंदा देखने के बाद गांव के कुछ लोग इसको भगवान का चमत्कार मान रहे हैं। तो कहीं लोग उन मां-बाप को कोष रहे हैं, जिन्होंने अपनी फूल सी बेटी को मरने के लिए जमीन के अंदर दफना दिया था।

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गांववालों ने आज रविवार को पुलिस को बुलाकर बच्चे को सौंप दिया। पुलिस और ग्रामीण हैरान हैं कि बच्चा जीमन के अंदर होने के बाद भी जिंदा कैसे रहा। फिलहाल नवजात पास के एक अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है, डॉक्टरों के मुताबिक वह पूर्ण रूप से ठीक है।

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