जमशेदपुर (झारखंड). कोरोना की वजह से लागू किए लॉकडाउन का असर समाज के हर वर्ग पर पड़ा है। इस दौरान देश से कई मार्मिक की कहानियां सामने आई हैं। ऐसी ही एक बेबसी की कहानी एक झाखंड से आई है, जहां जहां देश के लिए सैंकड़ों गोल्ड मेडल जीतने वाला खिलाड़ी आज दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज है। आलम यह है कि उसको अपने पेट भरने क लिए 300 रुपए रोज दिहाड़ी करना पड़ रही है।