1925 में अस्तित्व में आया था मंदिर, किसने बनाया किसी को नहीं पता
बता दें कि मंदिर का निर्माण किसने किया इसकी जानकारी किसी को नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर 1925 में अस्तित्व में आया। अंग्रेज यहां गोमो बरकाकाना रेललाइन बिछाने का काम रहे थे, उन्हें यहां मिट्टी से ढकी हुई गुम्बद नुमा चीज दिखाई दी थी। खुदाई करने पर पता चला यह मंदिर है। तब से यहां भक्तों के आने का सिलसिला लगा हुआ है।