Published : Mar 25, 2020, 12:49 PM ISTUpdated : Mar 25, 2020, 01:28 PM IST
रांची. कोरोना जिस तरह से अपना कहर बरपा रहा उससे हर कोई खौफ में है। इस समय पूरी दुनिया खतरनाक वायरस से जूझ रही है। देश में हर कोई अपनी जान जोखिम डालकर कोरोना संक्रमितों को बचाने में जुटे हैं। ऐसे लोगों के लिए मसीहा बने हैं झारखंड के एक विधायाक। बता दें कि पीएम मोदी की अपील के बाद कोरोनावायरस के खतरे से बचने के लिए मंगलवार रात 12 से ही पूरे देश को लॉकडाऊन कर दिया है। वहीं झारखंड रविवार के दिन से ही लॉकडाऊन है।
दरअसल, झारखंड में जामताड़ा के कांग्रेस विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरोन को एक पत्र लिखकर उनसे एक निवेदन किया है। जिसमें उन्होंने लिखा-मुख्यमंत्री जी में विधायक और जनता का प्रतिनिधि होने के साथ एक एमबीबीएस-एमडी डॉक्टर भी हूं। ऐसे समय में हमारे राज्य की जनता की भलाई के लिए में चाहता हूं मैं एक डॉक्टर होने का फर्ज निभाऊं।
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सीएम को पत्र लिखने के बाद विधायक और डॉक्टर इरफान अंसारी ने अपने ऑफिस में ही एक छोटा सा क्लिनिक बना लिया और मरीजों का इलाज करने लगे। इसके साथ-साथ वह लोगों को कोरोना से बचने के लिए उपाय भी बता रहे हैं।
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विधायक और डॉक्टर इरफान अंसारी सुबह वह पहले जिले के अस्पताल में जाकर मरीजों से मिलते हैं और वहं शाम में अपनी क्लीनिक पर लोगों को देखते हैं। इसके अलावा वह बीच-बीच में अपनी सरकार के साथ एक प्रतिनिधि काम भी कर रहे हैं।
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विधायक ने सीएम को लेटर में लिखा था-जब मैंने एमडी की डिग्री ली थी तो उस दौरान मैंने यह भी थपथ ली थी कि मैं हर समय हर हाल में अपने मरीजों की सेवा और मदद करता रहूंगा। मुझे लगता है आज वह समय आ गया है। इसलिए मैं लोगों को इस भयानाक महामारी से बचाने के लिए उनका इलाज करूंगा।
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एक धार्मिक आयोजन के दौरान कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी।