रांची (झारखंड). 9 अगस्त को राज्य सहित पूरे विश्व में आदिवासी दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में राज्य की राजधानी रांची में दो दिवसीय जनजातिय महोत्सव की शुरूआत हुई। झारखंड आदिवासियों का राज्य है इसलिए आज का दिन झारखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यहां के जनजातिय लोग आज के दिन को पर्व की तरह मनाते हैं। आज का दिन उनके लिए किसी पर्व से कम नहीं है। रांची के जनजातिय महोत्सव में देश-विदेश के कलाकार और विद्वान पहुचे और अपनी कला का प्रतिभा दिखाया। सम्मेलन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज बिखरा हुआ है। हमारा खून एक है, हमारा समाज एक है तो सब लोगों को एकजुट होना चाहिए। बता दें कि रांची में दो दिन तक जनजातिय महोत्सव मनाया जाएगा। कल छत्तिगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी समारोह में शामिल होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस मंच से भारत सरकार से मांग करता हूँ कि पूरे देश में 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करनी चाहिए। वन अधिकार के जो पट्टे खारिज किये गए हैं। हम फिर से इसका रिव्यू करेंगे एवं जो भी लंबित हैं उसे 3 महीने के अन्दर पूरा करेंगे। फोटों में देखिए वहां के रंगारंग कार्यक्रम की झलकियां....