उज्जैन. 22 अगस्त, शनिवार को गणेशोत्सव शुरू हो जाएगा। इस साल गणेश चतुर्थी पर सूर्य सिंह राशि में और मंगल मेष राशि में रहेगा। गणेश उत्सव की शुरुआत में सूर्य-मंगल का ये योग 126 साल पहले बना था। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, 1893 में जब पहली बार बालगंगाधर तिलक ने दस दिवसीय गणेश उत्सव सार्वजनिक रूप से मनाने की शुरुआत की थी।
उस समय भी सूर्य अपनी सिंह राशि में और मंगल खुद की मेष राशि में स्थित था। इस बार 126 साल बाद ऐसा हो रहा है जब गणेश उत्सव पर सूर्य और मंगल अपनी-अपनी स्वामित्व वाली राशि में रहेंगे और घर-घर गणपति विराजेंगे। 1893 से पहले पेशवा और भारतीय लोग अपने-अपने घर में ही गणेश जन्मोत्सव मनाती थी।