उज्जैन. 20 नवंबर, शुक्रवार को गुरु ग्रह अपनी राशि धनु से निकलकर मकर में आ जाएगा। इस राशि में शनि पहले से ही स्थित है। ये शनि के स्वामित्व वाली राशि है। 19 नवम्बर से 6 अप्रैल 2021 तक गुरु और शनि मकर राशि में ही रहेंगे। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, शनि का अपनी ही राशि में होना और उसके साथ गुरु का होना नीचभंग राजयोग बना रहा है। इसके कारण देश की राजनीति में उथल-पुथल हो सकती है। आर्थिक स्थितियों में भी अनचाहे बदलाव हो सकते हैं। वित्तीय व्यवस्था भी डगमगा सकती है। इस दौरान प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं। जानिए आपकी राशि पर कैसा होगा असर…