उज्जैन. 19 जनवरी को गुरु ग्रह मकर राशि में अस्त हो चुका है। अब ये ग्रह 16 फरवरी को उदय होगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह का अस्त होना बहुत महत्वपूर्ण घटना है। हर साल कुछ दिनों के लिए आकाश में ग्रह दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि वे सूर्य के बहुत करीब आ जाते हैं। इसे ग्रह का अस्त या लोप होना भी कहा जाता है। बृहत्संहिता ग्रंथ में कहा गया है कि गुरु के अस्त होने से देश की आर्थिक स्थिति के साथ ही मौसम में भी बदलाव होते हैं। जानिए गुरु के अस्त होने का कैसा होगा प्रभाव…