अंगूठे का तीसरा भाग शुक्र पर्वत कहलाता है। प्रथम दो पोर की अपेक्षा यह अधिक चौड़ा और उन्नत होता है। यह भाग सामान्य रूप से अधिक ऊंचा उठा हुआ, गुलाबी रंग का हो तो ऐसा व्यक्ति प्रेम के मामले में काफी भाग्यशाली होता है। ऐसे लोगों के अनेक मित्र होते हैं और समाज में इन्हें मान-सम्मान भी मिलता है। यदि शुक्र पर्वत कुछ ज्यादा ही उठा हुआ हो तो ऐसा व्यक्ति भोगी होता है और प्रेम और सौंदर्य पाने के लिए कुछ भी करने के लिए उतावला रहता है।