कहते हैं राजनीति में दोस्तों में दुश्मनी और दुश्मनों के बीच दोस्ती होना कोई हैरानी वाली बात नहीं है। पांच राज्यों में होने जा रहे इलेक्शन में कांग्रेस पश्चिम बंगाल और असम में वामदलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जबकि केरल में कांग्रेस और वामदल अलग-अलग गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। यह दिलचस्प है कि केरल के पहले और गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री ईएमएस नंबूदरीपाद एक समय कांग्रेस के लिए खौफ का कारण बन गए थे। केरल के जरिये भारत में पहली कम्यूनिस्ट सरकार बनाने वाले नंबूदरीपाद से भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू तक डरने लगे थे। नौबत यहां तक आई कि नेहरू ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए नंबूदरीपाद की सरकार को बर्खास्त कर दिया था। लेकिन राजनीति में समय एक-सा नहीं रहता। आज कांग्रेस वामपंथियों के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ खड़ी है। केरल में भले ही वो प्रत्यक्ष तौर पर वामपंथियों के साथ नहीं है, लेकिन उसका मकसद है कि राज्य में भाजपा की सरकार न बने। बाद में भले वामपंथियों के साथ मिलकर सरकार बनानी पड़े। बता दें कि 19 मार्च, 1988 को ईएमएस नंबूदरीपाद का निधन हुआ था। जानते हैं उनकी पुण्यतिथि पर कुछ बातें...