दरअसल, कश्मीरी होने के कारण उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। यहां तक कि कट्टरपंथियों ने बिना हिजाब उनके प्लेन उड़ाने का विरोध भी किया था और उन्हें और उनके घरवालों को धमकियां तक दी थी, लेकिन आयशा ने अपने पेरेंट्स के सपोर्ट से हर अड़चन को दूर किया।