भोपाल. गैस त्रासदी पीड़ितों की आवाज कहे जाने वाले अब्दुल जब्बार खान को सरकार ने पद्मश्री देने की घोषणा की तो उनकी पत्नी सायरा बानो की आखों में आंसू थे। सालों का दर्द थोड़ी खुशी और थोड़े अफसोस के रूप में बाहर आ रहा था। जब उनसे इस बात को लेकर पूछा गया तो उन्होंने रोते हुए कहा कि अगर वो होते तो साथ में जाकर पुरस्कार लेते। अब्दुल जब्बार खुद गैस से पीड़ित थे और उन्होंने अपने परिवार के कई सदस्यों को इस हादसे में गंवा दिया था।