उन्नाव रेप पीड़िता को लेकर मप्र के CM कमलनाथ ने दिया बड़ा बयान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्नाव रेप पीड़िता को मप्र में बसने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता का परिवार मप्र में आकर बसता है, तो सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा देगी। याद रहे सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए इससे जुड़े सभी 5 केस दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।
भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार से मप्र में बसने की अपील की है। कमलनाथ ने कहा कि अगर पीड़िता का परिवार मप्र में आकर बसता है, तो सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा देगी। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को लेकर बेहद सख्त हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने इससे जुड़े सभी 5 मामले दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने तीस हजारी अदालत के जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा को रेप कांड से संबंधित आपराधिक मामलों की सुनवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी है। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य मामले की सुनवाई 45 दिन के अंदर पूरी करने को कहा है बहरहाल, कमलनाथ ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि वे बच्ची का बेहतर इलाज कराएंगे। बच्ची का एक बेटी क तरह ध्यान रखेंगे। उसकी शिक्षा आदि का भी उचित प्रबंध करेंगे। दिल्ली में कोर्ट की सुनवाई के लिए भी उसे लाने-ले जाने की व्यवस्था करेंगे। उल्लेखनीय है पिछले रविवार को रेप पीड़िता की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इसमें उसकी चाचा-मौसी और ड्राइवर की मौत हो गई थी। जबकि वो खुद और उसका वकील घायल है। पीड़िता का लखनऊ के अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि अभी भी वो वेंटिलेटर पर है। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पीड़िता को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा सौंप दिया गया है।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा ने विधायक कुलदीप सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। सेंगर के कारण पार्टी को हर तरफ से निंदा का सामना करना पड़ रहा था।
MLA पर रेप पीड़िता के परिजनों को एक्सीडेंट में मरवाने का भी इल्जाम लगा है। इसी घटना के बाद मामला तूल पकड़ गया था। 28 जुलाई को रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी रेप पीड़िता। कार में उसकी मौसी, चाची और वकील भी थे। तभी गुरबख्शगंज में एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। जबकि वकील और वो खुद घायल है। शुरुआती जांच में सामने आया था कि ओवरस्पीड के चलते यह हादसा हुआ। हालांकि आशंका थी कि जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी, उसकी नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसलिए मामला संदिग्ध माना जा रहा था।
यह है मामला: पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी दिलाने के बहाने कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उसके साथ रेप किया था। घटना के करीब सालभर बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास के बाहर आग लगाकर जान देने की कोशिश की थी।
इस सब घटनाक्रम के बीच पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। उन्हें आर्म्स एक्ट में अरेस्ट किया गया था। आरोप है कि उन्हें सेंगर के भाई ने पीटा था। इसके बाद तो जैसे राजनीति भूचाल आ गया। था।
पावरफुल MLA हैं कुलदीप सेंगर: सेंगर 2002 में कांग्रेस से एमएलए बने थे। 2007 में सेंगर बीएसपी से बांगरमऊ के एमएलए बने। 2012 का विधानसभा चुनाव सपा से लड़ा और जीते। फिर 2017 में बांगरमऊ सीट पर भाजपा की तरफ से खड़े हुए और चौथी बार जीत हासिल की।