शुरुआती दिनों में बिजनेस के लिए उन्हें पत्नी सीमा सूर्यवंशी के गहने भी गिरवी रखने पड़े। दिलीप खुद बताते हैं- ‘मुझे वह दिन भी बहुत अच्छे से याद है, जब मैंने अपने बेटे के जन्म पर एक दोस्त से 200 रुपए उधार लिए थे। उन पैसों से मैंने अस्पताल में मिठाई बंटवाई और बेटे के जन्म की खुशियां मनाई थीं। उन दिनों में भी मैं काफी खुश था और जीवन का भरपूर आनंद लिया।’