भोपाल। 2-3 दिसंबर 1984। ये दिन भोपालवासी (Bhopal) कभी नहीं भूल सकते हैं। इस दिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी में वो गैस त्रासदी हुई, जिसमें हजारों लोगों की जान गई। लोग सड़कों, घरों और गलियों में चीख-पुकारते दौड़-भाग करते फिर रहे थे। सेकेंडों में हजारों मौतें आंखों के सामने हो गईं। मगर, किसी के हाथ में कुछ नहीं था। लाशों का अंबार लग गया था। ये घटना इतिहास में काले दिवस के रूप में दर्ज हो गई। इसे भोपाल गैस त्रासदी (Bhopal gas tragedy) नाम दिया गया। इस त्रासदी ने भारत समेत पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया था। आईए जानते हैं उस रात आखिर क्या हुआ था, जिसके जख्म 37 साल बाद भी ताजा हैं....