छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश. कहते हैं कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है! ऊपरवाले ने जितनी जिंदगी लिख रखी है, उतना तो इंसान जीयेगा, चाहे कुछ भी हो जाए। यह बच्ची भी मारने के लिए सुनसान जगह पर गंदगी में झाड़ियों के बीच फेंक दी गई थी। उसके पूरे शरीर पर चींटियां चिपकी हुई थीं। चींटियों ने काट-काटकर उसका शरीर लाल कर दिया था, लेकिन बच्ची की चीखें उसके लिए जीवन बन गईं। उसकी चीख सुनकर वहां से गुजर रहे एक शख्स की नजर पड़ी और बच्ची की जान बच गई। यह मामला छिंदवाड़ा जिले की परासिया तहसील के तामिया का है। जानिए पूरा घटनाक्रम...