प्यार ने कोरोना वायरस को हराया, चीन से भारत आई दुल्हन ने देसी छोरे से की शादी, अनोखी है लव स्टोरी
मंदसौर(मध्य प्रदेश). कहते हैं कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती है। वह राष्ट्रीयता और धर्म की परवाह किए बिना परवान चढ़ता है। ऐसी एक अनोखी लव स्टोरी मध्य प्रदेश में देखने को मिली है। जहां चीन की लड़की जीहाओ वांग भारत दुल्हन बनने के लिए आई है। उसने रविवार के दिन मंदसौर के रहने वाले सत्यार्थ मिश्रा के साथ शादी के सात फेरे लिए। एक तरफ जहां चीन में कोरोना वायरस के कहर लगातार जारी है। इसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के चलते यह चीनी परिवार अपनी बेटी की शादी कराने के लिए अपना देश छोड़कर आया है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 2, 2020 12:23 PM IST / Updated: Feb 02 2020, 05:56 PM IST
दरअसल, चाइना गर्ल जीहाओ वांग अपने पिता शीबो वांग, मां जिन गुआन और उनके करीबी रिश्तेदार साथ 29 जनवरी को भारत पहुंचे थे।
शुक्रवार को सत्यार्थ और जीहाओ की हल्दी व मेहंदी की रस्म हुई। इसी दौरान दोनों के करीबी रिश्तेदार और दोस्त मौजूद थे।
जीहाओ वांग के माता पिता और रिश्तेदार ने शादी के दौरान भारतीय धुनों पर खुशी से नाचते हुए दिखे। विवाह का उत्साह उनके चेहरे पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। भारतीय हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार यह शादी हुई
सत्यार्थ ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हम दोनों ने अपने-अपने परिवार की सहमति से यह शादी की है। पहले हम चीन में ये शादी करने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते बाद में मंदसौर में विवाह करने का फैसला लिया।
दरअसल, सत्यार्थ मूलरूप से मंदसौर के रहने वाले हैं। उनके पिता वेद मिश्रा के बेटे हैं। सत्यार्थ 6 साल पहले पढ़ाई करने के लिए चीन गए थे। उन्होंने चीन के डिजियोंग शहर के शेरेडन कॉलेज में मास कम्युनिकेशन के कोर्स में एडमिशन लिया था।
चाइना के कॉलेज में पढ़ाई के दौरान सत्यार्थ की मुलाकत मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स करने आई जीहाओ से हुई। सत्यार्थ अक्सर इंग्लिश में जीहाओ की हेल्प लिया करते थे। दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे कब प्यार में बदल गई उनको पता ही नहीं चला।
जानकारी के मुताबिक, जीहाओ के कई और रिश्तेदार इस शादी में शामिल होना चाहते थे। लेकिन कोराना वायरस के चलते ज्यादा लोगों को भारत आने की अनुमति नहीं दी गई। जो लोग इस शादी में शामिल होने के लिए आए हैं उनकी पहले एयरपोर्ट पर मेडिकल जांच की गई। इसके बाद उनको रवाना किया गया।