लॉकडाउन में ये मूर्खता नहीं तो और क्या है..यही लोग तो समाज के असली दुश्मन हैं..
भोपाल, मध्य प्रदेश. ये तस्वीरें कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के दौरान की हैं। ऐसे में सारी दुनिया कोरोनावायरस को हराने कड़ाई से लॉकडाउन का पालन करा रही है, भारत में लोग उसे बेहद हल्के में ले रहे हैं। जबकि ऐसा करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान भी लोग अपनी और दूसरों की जान की परवाह किए बगैर सड़कों पर तफरी करते देखे गए। स्वच्छता सर्वे में देश में नंबर-1 का खिताब हासिल करने वाले मध्य प्रदेश के इंदौर में तो लोगों ने हद कर दी। वे शाम को सड़कों पर यूं निकल आए..मानों कोई जश्न हो। बता दें कि देश में अभी कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़कर 425 हो चुकी है। इसका एक पॉजिटिव मरीज...कइयों को संक्रमित कर सकता है। देखें ऐसी ही तस्वीरें और सबक लें..वादा करें कि कोरोना को हराना है, तो लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना होगा...
यह तस्वीर झारखंड के देवघर की है, जहां आमदिनों की तरह लोग सब्जी बाजार में नजर आए। इनमें से ज्यादातर मास्क तक नहीं पहने थे।
यह तस्वीर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की है। यह वही शहर है, जिसे स्वच्छता सर्वेक्षण में एक नंबर मिला हुआ है। यहां जनता कर्फ्यू के दिन शाम 5 बजे बड़ी संख्या में लोग जुलूर्स निकालकर अपनी मूर्खता का परिचय देते दिखाई दिए।
यह तस्वीर मध्य प्रदेश के मंदसौर की है। यहां लॉक डाउन के बाद भी तफरी करने निकलने वालों को सबक सिखाने पुलिस ने एक तरीका निकाला। पुलिस सड़कों पर निकलने वालों को एक पोस्टर थमाकर उसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर रही है। पोस्टर पर लिखा हुआ है-'मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर पर नहीं रहूंगा।'
यह तस्वीर हरियाणा के कुरुक्षेत्र के सन्नहित सरोवर पर चैत की चौदस को सोमवार पर लगने वाले मेले के दौरान की है। लॉक डाउन के बाद भी लोग मेले में पहुचे। हालांकि कुछ घंटे बाद प्रशासन जागा और लोगों को वहां से हटाया।
यह तस्वीर बिहार की राजधानी पटना की है। लॉकडाउन के बाद भी लोग ऐसे बसों में यात्रा करते देखे गए। हालांकि अब प्रशासन सख्ती दिखा रहा है।
यह तस्वीर भी बिहार के पटना की है। देखिए..क्या इस तरह से कोरोना का संक्रमण रोक पाना संभव होगा?
यह तस्वीर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी की है। यहां भी लोग बिना अपनी दूसरों की परवाह किए ऐसे खड़े मिले।
यह तस्वीर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की है। यहां लॉकडाउन के बाद भी कई लोग सड़कों पर दिखाई दिए। इन्हें पुलिस ने पूछताछ के बाद ही आगे जाने दिया। जिन्हें जरूरी काम था, उन्हें ही बाजार में जाने दिया। बाकी को घर जाने को बोला गया।