मंदसौर : दशहरा (Dussehra 2021) पर्व पर पूरे देश में बुराई के प्रतीक रावण के पुतले जलाए जाते हैं, लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहां रावण दहन नहीं होता बल्कि रावण के प्रतिमा की पूजा की जाती है। यह जगह है मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का मंदसौर (Mandsaur)। यहां के लोग मंदोदरी को बेटी मानते हैं और रावण को जमाई यानी दामाद। यही कारण है कि महिलाएं जब भी प्रतिमा के सामने पहुंचती हैं तो घूंघट डाल लेती हैं। जिले के खानपूरा क्षेत्र में रावण (Ravan) की पूजा धूमधाम से की जाती है। दशहरे पर हाथों में आरती की थाली लिए, ढोल नगाड़े बजाते हुए विशेष पूजा की जाती है। दशहरा पर्व पर सुबह से ही लोग पूजा करने आते हैं और रावण की आरती उतारते हैं। पढ़िए क्या है यहां कि मान्यताएं...