एक रांग नंबर से शुरू हुई 25 की 'जानू' और 27 के इशान की लव स्टोरी..फिर सामने आया खौफनाक मंजर
भोपाल, मध्य प्रदेश. प्यार वहीं तक ठीक..जहां एक-दूसरे की कद्र और सुरक्षा का भाव हो! इस हद को पार करने वाला इश्क़ खतरनाक साबित होता है। प्यार का ऐसा ही एक खतरनाक मामला सीधी जिले में सामने आया है। जिले से करीब 70 किमी दूर कुसमी थाना क्षेत्र के कमक्ष गांव में रहने वाले इस प्रेमी कपल की प्रेम कहानी कब खौफनाक मंजर में बदल गई..उन्हें पता तक नहीं चला। शादी के बाद अचानक झगड़े बढ़ गए। एक दिन प्रेमी ने गुस्से में फांसी लगा ली। प्रेमी की लाश देखकर प्रेमिका इतनी डर गई कि उसने घर में ही कब्र खोद डाली। इसके बाद प्रेमी की कब्र को अपना बिस्तर बना लिया। घटना 7 दिसंबर की है। यानी ढाई महीने से ज्यादा समय तक प्रेमिका लाश के साथ अपनी जिंदगी मजे से गुजर-बसर करती रही। बताते हैं कि एक रांग नंबर के जरिये 25 साल की जानू सिंह और 27 साल के इशान मोहम्मद के बीच प्रेम कहानी की शुरुआत हुई थी। लेकिन यह कहानी लंबे समय तक नहीं चल सकी। जानिए..प्रेम कहानी में कैसे आया खतरनाक मोड़..
जानू सिंह और इशान रांग नंबर के बाद एक-दूसरे के टच में आए थे। धीरे-धीरे दोनों में प्यार हुआ। दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद कटनी जाकर रहने लगे। हालांकि कुछ दिनों बाद अपने गांव कमक्ष लौट आए और साथ रहने लगे।
हालांकि शादी के बाद से ही दोनों के बीच झगड़ा होने लगा था। जानू सिंह के मुताबिक, 7 दिसंबर को भी उनमें विवाद हुआ था। इस दौरान वो किसी काम से बाहर चली गई। तभी पीछे से इशान ने फांसी लगा ली।
जानू के मुताबिक, जब वो घर लौटी, तो इशान को फंदे पर लटका देखकर उसके होश उड़ गए। वो इतनी डर गई कि उसने लाश को घर में ही दफना दिया। फिर कब्र को अपना बिस्तर बना लिया।
जब इशान काफी दिनों से नजर नहीं आया..तो उसके परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब जानू से पूछताछ की..तो पहले वो बहानेबाजी करती रही, लेकिन बाद में उसने सच्चाई उजागर कर दी।
इशान मूलत: मध्य प्रदेश के ही सतना जिले का रहने वाला था। गलती से उसने जानू का मोबाइल नंबर डायल कर दिया था। उसे नहीं मालूम था कि यह प्रेम कहानी का अंत उसके लिए बुरा होगा।
जानू ने बताया कि 6 दिसंबर को भी उसका इशान से झगड़ा हुआ था। लेकिन इशान अपनी जान दे देगा, ऐसा उसने कतई नहीं सोचा था।
जानू और इशान की प्रेम कहानी के बारे में पूरे गांव को मालूम था, लेकिन उन्हें लगता था कि दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। किसी को भी ऐसी उम्मीद नहीं थी।
करीब ढाई महीने तक घर में लाश दफन रही, लेकिन जानू के चेहरे पर जरा-सी भी सिकन नहीं थी। वो वहीं खाना बनाती और खाती। किसी को भी उसके घर में क्या हुआ..भनक तक नहीं लगी।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जानू के चेहरे पर सिकन देखी गई। उसने माना कि उसने लाश दफन की थी..लेकिन उसने इशान को नहीं मारा। उसे इशान के मरने का दुख है।