भोपाल, मध्य प्रदेश. लद्दाख की गालवन घाटी में चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए रीवा जिले के रहने वाले दीपक महज 21 साल के थे। 8 महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। होली पर जब वो घर आए थे, तब अपनी दुल्हन से वादा करके गए थे कि जल्द फिर मुलाकात होगी। लेकिन अब तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर लेह से रीवा और फिर वहां से उनके मनगवां इलाके के गांव फरेहदा लाया जाएगा। बता दें कि 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' की मर्यादा और रिश्तों को भुलाकर चीनी सैनिकों ने लद्दाख बॉर्डर पर जो खूनी खेल रचा..वो बेहद शर्मनाक है। चीनी सैनिकों की कायरतापूर्ण हरकतों का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने अपने 20 जवान खो दिए। इसमें 40 से ज्यादा चीनी सैनिकों की मौत की भी खबर है। जानिए एक बहादुर शहीद की कहानी..