करीना, सलमान, जैकलीन, सिंधिया और MP के मुख्यमंत्री कमलनाथ से जुड़ी एक दिलचस्प बात..क्या आपको पता है
भोपाल, मध्य प्रदेश. कहते हैं कि रिश्तों की बुनावट भी प्रेम के धागे से होती है। प्रेम के इसी धागे से बुन कर तैयार होते हैं चंदेरी कपड़े। चंदेरी साड़ियां दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। यह और बात है कि कुछ समय पहले तक बिजली-पानी और मार्केट की समस्या से चंदेरी के बुनकरों को जूझना पड़ रहा था। हालांकि स्थितियां अब पहले से अनुकूल हैं। चंदेरी की डिमांड लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे सेलिब्रिटीज और सरकार का रुझान भी एक विशेष वजह है। 28-29 मार्च को इंदौर में होने जा रहे IFA अवार्ड में चंदेरी का भी प्रमोशन होगा। समारोह के जरिये सरकार हस्तशिल्प और शिल्पकारों के प्रोडक्ट्स की ब्रॉडिंग करेगी। यानी यहां होने वाले फैशन शो में चंदेरी के अलावा बाघ और महेश्वरी साड़ियां पहनकर मॉडल्स कैट वॉक करेंगी।
IIFA अवार्ड इंदौर के डेली कॉलेज में होने जा रहा है। आयोजन में 9 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसमें 'द रॉयल हैरिटेज कलेक्शन' के नाम से मध्य प्रदेश के बुनकरों के प्रोडक्ट्स प्रमोट किए जाएंगे।
करीना कपूर और आमिर खान वर्ष, 2009 में अपनी फिल्म 'थ्री इडियट्स' का प्रमोशन करने चंदेरी गए थे। वहां बुनकरों से मिलकर आमिर और करीना ने चंदेरी साड़ियों को प्रमोट करने का वादा किया था। बुनकरों ने करीना को चंदेरी साड़ियां गिफ्ट की थीं। करीना भोपाल में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में यही साड़ी पहनकर बैठी थीं।
'थ्री इडियट्स' के प्रमोशन के दौरान जब करीना-आमिर चंदेरी पहुंचे थे, तब उन्होंने बुनकरों के घर खाना भी खाया था। करीना कपूर ने इसके बाद चंदेरी को लगातार प्रमोट किया था।
आमिर खान और करीना ने चंदेरी में बुनकरों से मिलकर साड़ी बनाने की प्रक्रिया भी पूछी थी। इस दौरान दोनों ने लूप(साड़ी बनाने का चरखा) पर हाथ भी अजमाए थे।
यह तस्वीर भोपाल के एक होटल की है। यहां करीना कपूर ने चंदेरी साड़ी पहनकर फोटोग्राफर्स को काफी पोज दिए थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चंदेरी का प्रमोशन करते रहे हैं। अशोकनगर जिले के तहत आने वाली चंदेरी सिंधिया का गढ़ रहा है। सिंधिया वर्ष, 2017 में 'द रोड टू चंदेरी' फैशन शो में रैम्प पर दिखे थे। रैंप पर एक्ट्रेस अदिति राव हैदरी और दिशा पाटनी भी मौजूद थीं।
बता दें कि 3 फरवरी को IIFA अवार्ड-2020 की घोषणा करने सलमान खान और जैकलीन भोपाल पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस आयोजन को मध्य प्रदेश की एक बड़ी उपलब्धि बताया था।