बता दें कि मध्य प्रदेश का झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल्य है। यहां अकसर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। तांत्रिक ने बादल के इलाज के नाम पर 200 रुपए लिए थे। जब वो ठीक नहीं हुआ, तब रविवार को उसके पिता डॉक्टर के पास ले गए थे। जिला अस्पताल के एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) के प्रभारी डॉ. आईएस चौहान ने बताया कि उनके पास महीने में ऐसे 3-4 केस आते हैं। आगे पढ़िये मासूम बच्चे से ही जुड़ी एक अन्य कहानी...