राम सहाय पांडे (कला)
बुंदेलखंड के लोक कलाकार रामसहाय पांडे (ramshay pandey) जाने माने राई नर्तक हैं। उनका जन्म 11 मार्च 1933 को सागर जिले के ग्राम मड़धार पठा में हुआ था। वे गरीब परिवार से थे। पिता की मौत के बाद वे कनेरादेव आ गए थे, तब से यहीं हैं। उनके 4 बेटे और 5 बेटियां हैं। राम सहाय बचपन में मेला देखने गए थे, जहां उन्होंने पहली बार राई नृत्य देखा। तभी से ठान लिया था कि वे भी राई करेंगे। जिसके बाद उन्होंने मृदंग बजाना शुरू किया, लेकिन बुंदेलखंड के सामाजिक नजरिए से राई नृत्य ब्राह्मण परिवारों के लिए अच्छा नहीं माना जाता था। एक तरह से वर्जित था। कई परेशानियों के बीच उन्होंने मृदंग बजाना और राई नृत्य सीख लिया। जिसके बाद वर्ष 1964 में आकाशवाणी भोपाल ने उन्हें मंच दिया। जहां पांडेय ने तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद नारायण की उपस्थिति में राई की प्रस्तुति दी। तभी से उनके नृत्य और कला की सराहना शुरू हुई।