दरअसल, रैगांव विधानसभा से जुगल किशोर बागरी भाजपा के विधायक थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते वह अपनी जिंदगी की जंग हार गए। जिसके बाद यह सीट खाली हो गई। इस सीट पर जुगल किशोर बागरी के दोनों बेटे दावेदारी कर रहे थे। लेकिन प्रतिमा आखिरी वक्त पर बाजी मार गईं।