गुना, मध्य प्रदेश. अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस और प्रशासन की क्रूरता ने सरकार को शर्मसार कर दिया। पुलिस ने अफसरों की मौजूदगी में एक गरीब किसान फैमिली पर जुल्म ढाए। महिला पुलिस ने तक लात-घूसों से गरीब परिवार की पिटाई की। बच्चे रोते-बिलखते रहे, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। किसान दम्पती ने सबके सामने जहर पी लिया..तब भी प्रशासन खड़े-खड़े उन्हें ही कोसता रहा। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। लोगों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए सरकार ने गुना कलेक्टर-एसपी सहित कमिश्नर को हटा दिया। लेकिन लोगों ऐसे अफसरों को सजा देने की मांग रहे हैं। इस मामले को लेकर सिर्फ विपक्ष नहीं, बालीवुड से ही आवाजें उठीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अलावा अभिनेता जीशान अय्यूब ने इसे शर्मनाक करार दिया है। इन तस्वीरों को देखकर राहुल गांधी से लेकर मायावती तक आक्रोशित हो उठे। जनता ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ऐसी पुलिस नहीं चाहिए। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे गुना जिले के चगनपुर चक गांव में हुई थी। इस जमीन को साइंस कॉलेज के लिए आवंटित किया गया है। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते उस पर लंबे समय से गप्पू पारदी नामक शख्स ने कब्जा कर रखा है। इस शख्स ने यह जमीन अभी राजकुमार अहिरवार को बटिया पर जोतने दे रखी है। राजकुमार को इसकी भनक नहीं थी कि जमीन को लेकर विवाद है। उसे कर्ज लेकर इस पर फसल बो दी थी। अतिक्रमण हटाने पहुंचे अमले के सामने किसान दम्पती हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन प्रशासन फसल उजाड़ने पर उतारू था। आगे पढ़िए मामला...