भोपाल, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन में काम-धंधे से परेशान एक सिक्योरिटी गार्ड ने अपनी मुंहबोली बहनों के जरिये आत्मनिर्भर होने का शॉकिंग तरीका खोजा। वो ऐसे लोगों को खोजता, जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी। शादी के बाद लुटेरी दुल्हनें बहाने से ससुराल से रफूचक्कर हो जातीं। अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ी तीन दुल्हनों और 4 दलालों को भोपाल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। ये लुटेरी दुल्हनें 4 महीने में 9 शादियां कर चुकी थीं। शादी के कुछ दिनों बाद ही ये जेवर और रकम समेटकर गायब हो जाती थीं। लेकिन आखिरी दूल्हे ने हार मानकर चुपचाप बैठना कबूल नहीं किया। उसने पुलिस में शिकायत कर दी। इस तरह गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। एएसपी गोपाल धाकड़ के मुताबिक शाजापुर जिले के कालापीपल निवासी कामता प्रसाद की शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई थी। कामता प्रसाद के अनुसार उसे भोपाल के रहने वाले हिंदू सिंह ने दिनेश पांडे से मिलवाया था। दिनेश पहले सिक्योरिटी गार्ड था। दिनेश ने कामता को पूजा उर्फ रिया से मिलवाया। इसके बाद दिनेश ने कामता से 85 हजार रुपए लिए और शादी के फर्जी कागजात तैयार करा दिए। लेकिन शादी के 10 दिन बाद ही दिनेश ने कामता को कॉल किया कि पूजा की बहन की तबीयत खराब है। उसका ऑपरेशन है, इसलिए बहन को मायके भेज दे। पूजा ससुराल से कुछ पैसे लेकर निकली और फिर नहीं लौटी। इसके बाद उसने मोबाइल नंबर बंद कर लिया। बाद में मालूम चला कि पूजा ने किसी और से शादी कर ली है। आगे पढ़िए इन्हीं लुटेरी दुल्हनों की कहानी..