भोपाल (मध्य प्रदेश), कोरोना की इस दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचाकर रखा है। जिंदा में अस्पतालों में खाली बेड नहीं मिल रहे तो मरने के बाद श्मशानों में कतार लगी हुई है। लेकिन इन सबके बाद भी लोग कोरोना संक्रमण से लड़ाई में हर कोई अपने स्तर से शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आई हैं जहां लोग अपना धर्म और जात-पात भूलकर मदद करने के लिए आगे आए हैं। जो कि सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनी हुई हैं। वहीं मध्य प्रदेश में मुश्लिम युवक पिछले एक साल से अपने दोस्त के साथ मिलकर महामारी में मारे गए अनजान हिंदू भाई-बहनों के शवों का अंतिम संस्कार करने में जुटे हुए हैं। खासकर ऐसे लोगों के लिए वह मदद करते हैं जिनके अपनों ने मुंह मोड़ लिया है।