जबलपुर (मध्य प्रदेश). अक्सर आपने सुना होगा कि पैसा, पद और नौकरी की चाहत में कई बच्चे अपने बुजुर्ग मां-बाप को अकेला छोड़ देते हैं। या फिर वह उनको अनाथ आश्रम में छोड़ आते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर से दिल को छू लेने वाली ऐसी खबर सामने आई है, जो हर किसी के लिए सीख देने वाली है। यहां एक अफसर ने अपनी बीमार मां की सेवा करने के लिए जिला कलेक्टर जैसा पद ठुकरा दिया। इस दौरान उन्होंने कहा-इस वक्त मां को मेरी ज्यादा जरूरत है, अगर मुझमें काबिलियत होगी तो कलेक्टर का पद फिर भी मिल जाएगा।