जानकारी के मुताबिक, अगर कभी कोई गलती करता है तो गांव के लोगों की पंचायत बैठती है, जहां दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के ऊपर मामूली सा जुर्माना लगाया जाता है। जो कि पूरे गांव के लोगों को गुड़ और चना का प्रसाद खिलाकर अपनी भूल सुधारने की विनती करता है। साथ ही 21 या 51 रुपए जुर्माना राशि ली जाती है जो कि कन्या या गरीब को दे दी जाती है।