दरअसल, मशीनी करण के युग में मानवता को शर्मसार करने वाली यह तस्वीर आगर मालवा जिले से सामने आई है। जहां गरीबी के चलते एक परिवार की महिलाओं को बैलों की जगह लेकर खेतों में जुताई करनी पड़ रही है। परिवार के पास इतने पैसे भी नहीं बचे हैं कि वह बैल खरीद सकें। आखिर में मजबूर होकर अपनी तीन बीघा जमीन खुद ही जोतने लगीं।