हे राम! अब तो बारिश को रोक दो: मंदिर से लेकर जेल तक डूबे, जहां देखो वहां पानी

भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले चार दिनों से जारी मूसलाधार बारिश और बाढ़ की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश की सभी नदी और नर्मदा अपने खतरे के निशान 5 से 6 फिट ऊपर बह रही हैं। बारिश ने इस तरह तबाही मचाई हुई है कि लोगों के घर में पानी भरने लगा है। आलम यह है कि सड़कें पूरी तरह से डूब चुकी हैं। गांवों का शहरों से संपर्क टूट गया है। दो महीने पहले जो लोग इस बारिश के लिए दुआ कर रहे थे अब उन्हीं के लिए वह मुसीबत बन गई है। लोग कहने लगे हैं अब तो भगवान इसको रोक दो। hindi.asianetnews.com से बातचीत में मौसम वैज्ञानिक के ममता यादव ने कहा कि 3 से 4 दिन बारिश का दौर ऐसे ही जारी रहेगा। इस बारिश का प्रभाव आने वाले मौसम पर पड़ेगा।

Arvind Raghuwanshi | Published : Sep 10, 2019 12:40 PM IST / Updated: Sep 10 2019, 06:26 PM IST

16
हे राम! अब तो बारिश को रोक दो: मंदिर से लेकर जेल तक डूबे, जहां देखो वहां पानी
फोटो में साफ तौर पर देख सकते हैं कि हरादा में जारी भारी बारिश की वजह से वहां के जिला जेल में पानी घुसा गया है। पूरा शहर बाढ़ ग्रस्त में आ चुका है। आलम यह है कि लोग घर से बाहर निकलने से पहले 10 बार सोचते हैं कि कहीं वह मुसीबत में ना फंस जाए। हरदा में 18 सेंटीमीटर से ज्याद बारिश अब तक हो चुकी है।
26
फोटो में आप देखिए किस तरह से यहां बारिश तबाही मचा रही है। सड़कों से लेकर लोगों के घर और मंदिर तक पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं। खरगोन जिले के महेश्वर में नर्मदा ने रोद्र रुप धारण कर लिया है। शहर के निचले इलाके पानी में डूब गए हैं। सिर्फ एक दिन में यहां 134 मिली मीटर बारिश हुई है।
36
बारिश के कारण जबलपुर के बरगी बांध पानी से लबालब हो गया है। एक दिन पहले ही बांध के 21 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं भोपाल के भदभदा डैम और कलियासोत डैम को भी एक बार खोलना पड़ा है। साथ ही रायसेन के बारना डैम के सभी गेटों के साथ होशंगाबाद के तवा के 9 गेट खोले गए। प्रदेश में कई जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है नर्मदा नदी। यहां आसपास रहने वाले लोगों को भी चेतावनी दे दी गई है। इस सीजन में पहली बार इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है
46
यह फोटो विदिश शहर का बताया जा रहा है। जिसमें आप देख सकते हैं कि पार्क पूरी तरह से डूब चुका है। यहां हालात और भी बदतर हो चुके हैं यहां 24 घंटों के दौरान 178.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई कॉलोनियों में बारिश का पानी भर गया है।
56
भारी बारिश प्रदेश की धान और सोयाबीन की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि, बारिश से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। इसके लिए कृषि और राजस्व विभाग को सर्वे करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। सहकारी बैंकों से कहा गया है कि वह किसानों को जरूरी ऋण मुहैया कराएं।
66
बारिश के तांडव की वजह से पानी के बहाव में पन्ना में दो बांध बह गए हैं। प्रदेश से निकलने वाले कई हाईवे और स्टेट हाईवे बंद हो गए हैं। लोगों को एक शहर से दूसरे शहर में जाने के लिए दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह तो ये हालात हैं कि कई दिनों से रास्ते बंद हैं। बारिश इस तरह तबाही मचाई हुई है कि यहां करीब 12 से 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos