बिगड़ती हालत के बीच परिजनों ने उषा निगम को 29 अक्टूबर को इंदौर अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां भी कोई सुधार नहीं हुआ उनके लंग्स में और ज्यादा इंफेक्शन बढ़ गया। डॉक्टर कहने लगे कि अब उनका ठीक होना मुश्किल, वह अब नहीं बच पाएंगी। लेकिन मरीज के बेटे और बहू निराश नहीं हुए, वह रोजाना PPE किट पहनकर अस्पताल मिलने आते रहे। दोनों ने डॉक्टरों से कहा कि आप तो बस इलाज करो, जो होगा वह भगवान करेंगे। हैरानी की बात यह थी कि उषा जी के चेहरे पर मु्स्कान हमेशा रहती थी। उन्हें देखकर नहीं लगता था कि वह इतनी गंभीर हालात से जूझ रही हैं।